गीता अध्याय-६ ध्यानयोग || Operation Gita
दोस्तों, पिछले आर्टिकल अध्याय-५ (कर्म-सन्यास योग) अंत में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को बताया कि हे अर्जुन, मुझे समस्त
We give you attempt
दोस्तों, पिछले आर्टिकल अध्याय-५ (कर्म-सन्यास योग) अंत में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को बताया कि हे अर्जुन, मुझे समस्त
दोस्तों, पिछले आर्टिकल अध्याय-४ (ज्ञान-कर्म-सन्यास-योग) के अंत में श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा कि हे अर्जुन, अतएव तुम्हारे ह्रदय
Continue readingगीता अध्याय-५ कर्म-सन्यास योग || Operation Gita
दोस्तों, पिछले आर्टिकल अध्याय-३ (कर्मयोग) में श्री कृष्ण ने अर्जुन को बताया कि कोई भी जीवित प्राणी बिना कर्म किये
Continue readingगीता अध्याय-४ ज्ञान-कर्म-सन्यास-योग || Operation Gita
दोस्तों, पिछले आर्टिकल में हमने अध्याय-२ के (सांख्य योग) में अर्जुन के भ्रम के विश्लेषण और गीता के सार को
पहले अध्याय में हमने जाना कि कैसे अर्जुन ने अपने सगे-सम्बन्धियों के मायाजाल का हवाला देकर युद्ध करने से मना
Continue readingगीता अध्याय-२ सांख्य योग (अर्जुन के भ्रम का विश्लेषण)
दौपर युग में हस्तिनापुर के राजघराने की लड़ाई के समय कुरुक्षेत्र के मैदान में एक तरफ कौरव तो दूसरे तरफ
Continue readingगीता अध्याय-१ अर्जुन विषाद योग (कुरुक्षेत्र में युद्ध की तैयारी)
गीता क्या है, गीता क्यों है, गीता किसके लिए है, गीता को भगवान विष्णु ने सबसे पहले किसको सुनाया था,
अधिकतर हम लोगों को यह कहते हुए सुनते रहते हैं कि घोर कलयुग है भाई या फिर कलयुग अपने चरम
कभी न कभी हम सभी के मन में एक सवाल आ ही जाता है कि आखिर भगवान कहाँ हैं |
महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है धन – धन भोलेनाथ तुम्हारे कौड़ी नहीं खजाने में। तीन लोक बस्ती में बसाये आप