अग्निपथ योजना क्या है ? | अग्निपथ योजना की पूरी जानकारी

तू न थकेगा कहीं, तू न रुकेगा कहीं, कर शपथ-कर शपथ-कर शपथ, अग्निपथ-अग्निपथ-अग्निपथ। यह प्रेरणादायक कविता हरिवंश राय बच्चन जी ने लिखा है। जो हम सभी के लिए जबरदस्त प्रेरणा का श्रोत रहा है। वॉलीवूड में इस नाम से 2 फिल्में भी बन चुकी हैं जो लोगों को खूब पसंद भी आयी है। लेकिन 2022 वाले अग्निपथ में ऐसा क्या है जिसके नाम से ही भारत में ज्वालामुखी फटने लगी है, आइये बारीकी से जानते हैं कि आखिर अग्निपथ योजना क्या है ?

अग्निपथ योजना क्या है ?
अग्निपथ योजना क्या है ?

अग्निपथ योजना क्या है ?

अग्निपथ योजना भारतीय सेना की (टूर ऑफ़ ड्यूटी एंट्री स्कीम) को दिया गया एक नया नाम है , इस योजना के तहत नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट बेस पर 4 साल के लिए सेना में भर्ती किया जायेगा, उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी उसके बाद उनकी योग्यतानुसार उन्हें अलग-अलग फिल्ड में तैनात किया जायेगा।

यह योजना लागू होने के बाद भारतीय सैन्य सेवाओं में स्थाई सैनिकों की नियुक्ति की वर्तमान प्रथा समाप्त हो जाएगी परिणामस्वरूप नई प्रथा के शुरू होने से एक तो सेना में नए उम्र के नौजवानों की तादात बढ़ेगी दूसरा सरकार की रक्षा बजट में वृद्धि होगी, देश की सरकार को पेंशन के बोझ से मुक्ति मिलेगी।

अग्निपथ योजना किसके लिए है ?

हर वह नौजवान जिसकी उम्र 17.5 साल से 21 साल के बीच की है इस योजना में भर्ती के लिए आवेदन कर सकता है।

आवेदन करने वाले नौजवान ने कम से कम 50% फीसदी अंक के साथ बारहवीं का एग्जाम पास कर रखा हो।

वह नौजवान शारीरिक और मानसिक रूप से फिट हो और सेना में भर्ती होने के सभी मानकों पर खरा उतरता हो।

अग्निपथ योजना में भर्ती की प्रक्रिया क्या हैं ?

शैक्षणिक, शारीरिक, मानसिक और आयु सम्बन्धी मानकों को पूरा करते हुए जो नौजवान भर्ती की प्रकिया में आगे बढ़ेंगे उन्हें 6 महीने की ट्रेनिंग के लिए भेजा जायेगा और उसके बाद उन्हें 3.5 साल के लिए सेना की नौकरी में भेजा जायेगा।

अग्निपथ योजना में सैलरी कितनी है ?

भर्ती की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नौजवानों को उनके योग्यतानुसार अलग-अलग फिल्ड में भेजा जायेगा, जहाँ पर शुरुआत में उन्हें 30000 रुपया महीना वेतन दिया जायेगा जो आगे चलकर उनके सेवानिवृत्ति के समय तक 40000 रूपये महीना तक हो जायेगा।

सेवा निधि योजना के तहत सरकार नौजवानों के वेतन में से 30% हिस्सा सेविंग के रूप में अपने पास रखेगी साथ ही उतना ही रकम सरकार भी अपनी तरफ से नौजवानों के निधि में जमा करेगी।

जब नौजवान अपनी 4 साल की नौकरी को पूरा कर लेगा और उसके सेवानिवृत्ति का समय आएगा तब सरकार उसे 10 लाख से लेकर 12 लाख तक की रकम देगी जो बिलकुल टैक्स फ्री होगा।

सेवानिवृत्ति के बाद नौजवान चाहे तो उस पैसे से कोई अपना खुद का काम शुरू कर सकता है या फिर उसे बैंक में जमा करके उसका ब्याज कमा सकता है और साथ ही साथ कोई दूसरी नौकरी भी कर सकता है जैसा कि अन्य फौजी लोग करते हैं।

अग्निपथ योजना के फायदे और नुकसान

अग्निपथ योजना को अगर गौर से देखें और उस पर विचार करें तो इसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन एक बहुत बड़ा तबका इसे शक के निगाह से देख और समझ रहा है और अगर सच कहें तो यह तबका भ्रमित है क्योंकि इन्हें भ्रमित करने वाले लोग एक बड़ी संख्या में मैदान में उतर चुके हैं जो इन नौजवानों को भड़काने का काम कर रहे हैं।

जैसे – युवाओं का मानना है कि 4 साल की नौकरी के बाद हम क्या करेंगे, हमारे आगे के भविष्य का क्या होगा, क्योंकि सिर्फ 25% नौजवान ही आगे के लिए चुने जायेंगे बाकी 75% को निकाल दिया जायेगा। अब सवाल यह पैदा होता है कि इसमें किसको फायदा और किसको नुकसान होगा, आइये इस पर विचार करते हैं।

फायदा

जो नौजवान अपनी ड्यूटी के दौरान अच्छा परफॉरमेंस करेंगे जाहिर सी बात है कि उनको फायदा होगा क्योंकि वे 25% वाली श्रेणी में होंगे और वे ही आगे के लिए चुने जायेंगे, जिससे उनकी नौकरी तो पक्की होगी ही साथ ही साथ उनके प्रमोशन के भी अवसर खुले रहेंगे।

लेकिन जो नौजवान बाहर निकलेंगे उनके हाथ में 10 से 12 लाख रूपये भी तो होंगे जो उनके लिए एक बड़ी ताक़त होगी और सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अन्य सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता भी तो मिलेगी।

नुकसान

अब सवाल यह उठता है कि जब इस नौकरी के इतने सारे फायदे हैं तो फिर नुकसान कैसे और किसको होगा तो इसका जबाब है हरामखोरी भरी मानसिकता जैसे – सरकारी नौकरी का मतलब जीवन भर की सुरक्षा की गारंटी वह भी सेना की नौकरी में तो 40 साल की उम्र तक रिटायरमेन्ट, हाथ में पैसे और जीवन भर पेंशन की सुविधा इसके साथ ही अन्य सरकारी सुविधाएं जैसे – कैंटीन और मेडिकल आदि की सुविधाएँ।

इस नई योजना में ये सभी मलाईदार सुविधाएँ लोगों को नज़र नहीं आ रही हैं क्योंकि इसमें उन्हें पहले 25% में आने के लिए संघर्ष करना होगा और अगर उसमे सफल नहीं हो पाए तो वहां से निकलने के बाद उन्हें फिर से नौकरी पाने के लिए संघर्ष करना होगा, जो वे लोग करना नहीं चाहते और यही कारण है जो उन्हें यह योजना नुकसानदायक लग रही है।

अग्निपथ योजना पर क्यूँ भड़के नौजवान ?

अग्निपथ योजना के खिलाफ आज पूरे भारत में कोहराम मचा हुआ है। वो नौजवान जिन्हें अपनी भर्ती की तैयारी में जुट जाना चाहिए वे ट्यूशन सेंटरों के संचालकों और राजनीतिक पार्टियों के इशारे पर आंदोलनकारी बनकर देश की सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं जो किसी भी नज़रिये से सही नहीं है।

कुछ ट्यूशन सेंटर जो छात्रों से अच्छी-खासी फीस वसूलते हैं और अन्य राजनीतिक पार्टियां अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के चक्कर में देश के युवाओं को हथियार बनाकर देश को बर्बादी के करीब ले जाने में जुटे हुए हैं। और वे युवा यह नहीं सोच पा रहे हैं कि आखिर वे क्या कर रहे हैं।

जिन सरकारी सम्पत्तियों को वे नुकसान पहुंचा रहे हैं आखिर उनकी भरपाई कहाँ से होगी, आखिर कौन उन्हें ये समझाये कि वो सारा नुकसान आप और हम जैसे लोगों की जेब से ही एक दिन निकलेगा और हमें इसका पता भी नहीं चलेगा।

इस योजना के विरोध में जो आंदोलन हुआ उसमे सिर्फ रेलवे का ही लगभग 700 करोड़ का नुकसान हुआ है जिसका आधा नुकसान सिर्फ बिहार राज्य में ही हुआ है क्योंकि इस हिंसा का केंद्र बिंदु बिहार ही रहा है।

निष्कर्ष

हमने जब इस पूरी प्रक्रिया का पूर्ण विश्लेषण किया तो पाया कि अग्निपथ योजना भारत सरकार द्वारा चलाई गई एक बहुत ही सोची-समझी नीति है जिसका भविष्य में बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा।

क्योंकि इससे सरकार के रक्षा बजट में अच्छी-खासी बेहतरी होगी साथ ही साथ भारतीय सेना में “यंग ग्रुप आर्मी” की अच्छी-खासी हिस्सेदारी बढ़ेगी जिसका प्रभाव हमारे पड़ोसी देशों पर भी पड़ेगा और कहीं ना कहीं हमारे यंग स्टार सैनिकों की दहशत उनके अंदर बढ़ेगी परिणामतः हमारे पड़ोसी दुश्मन देश हमसे आंख मिलाने से पहले एक बार सोचेंगे जरूर।

आज यह योजना हमारे देश के जवानों को थोड़ी कड़वी जरूर लग रही होगी, हम उनकी इस भावना को समझ सकते हैं लेकिन इसका दूरगामी परिणाम काफी बेहतर होगा और इस बात को हम सभी भारतीयों को भली-भांति समझना होगा क्योंकि सवाल देश का है।

क्योंकि अगर देश मजबूत होगा तभी हम भी सुरक्षित रहेंगे नहीं तो अफगानिस्तान और उक्रेन जैसे देशों का हाल तो आप देख ही चुके हैं और अगर भारत आने वाले कल की तैयारी आज ही नहीं करेगा तो कल चीन हमारे साथ वही करेगा जो आज रूस उक्रेन के साथ कर रहा है।

इसलिए अपने अंदर की देश भावना को जगायें, सभी भारतीय नौजवान जो इस योजना के लायक हैं अपने आप को इस योजना में लायें, और खुद को सशक्त बनाते हुए देश को भी सशक्त बनाएं, किसी के बहकावे में न आकर आप इस योजना का पूर्ण विश्लेषण करके फिर अपना दिमाग लगायें।

ज़रा सोचियेगा, 25 साल की उम्र में ही आप 12 लाख रूपये के मालिक होंगे। आपके पास एक ऐसा कार्ड होगा जो आपको बहुत सारी नौकरियों में प्राथमिकता दिलायेगा और आपके भविष्य को किसी ना किसी बेहतर दिशा में लेकर जायेगा।

हरामखोरी वाली मानसिकता से बाहर निकलें, और जीवनपथ के रंगमंच पर कुछ बेहतर करने का मन बनायें।

धन्यवाद | शुक्रिया | मेहरबानी

दोस्तों, आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके General Knowledge को पहले से और बेहतर बनायेगा साथ ही आपको बुद्धजीवियों की श्रेणी में ले जायेगा, आज के लिए सिर्फ इतना ही, अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, किसी नए टॉपिक के साथ, तब तक के लिए, जय हिन्द-जय भारत।

लेखक परिचय

इस वेबसाइट के संस्थापक अमित दुबे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं, एक Youtuber & Blogger हैं, किताबें पढ़ने और जानकारियों को अर्जित करके लोगों के साथ शेयर करने के शौक के कारण सोशल मीडिया के क्षेत्र में आये हैं और एक वेबसाइट तथा दो Youtube चैनल के माध्यम से लोगों को Motivate करने तथा ज्ञान का प्रसार करने का काम कर रहे हैं।

हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म

Website : www.motivemantra.com इस पर Motivational Article Publish होते हैं।

Youtube Channel (1) Motive Mantra इस पर Motivational Video Publish होते हैं।

Youtube Channel (2) : Knowledge Facts इस पर General Knowledge Video Publish होते हैं।

इन्हें भी तो पढ़ें

What Is SEO | 25 SEO Tips In Hindi

नरेंद्र मोदी ने अपनी पत्नी को क्यों छोड़ा था

रतन टाटा की जीवनी | Ratan Tata Biography In Hindi

चीन का नकली सूरज कैसा है ? | चीन ने बनाया कृत्रिम सूरज

ममता बनर्जी की जीवनी | Mamta Banerjee Biography In Hindi

हमारा यूट्यूब चैनल : Motive Mantra

https://www.youtube.com/embed/YG4I8ZyDdRI
https://www.youtube.com/embed/pmukZw-rcFc
https://www.youtube.com/embed/0Pfcwe4V9SQ
https://www.youtube.com/embed/ndY6LNa6hKs
https://www.youtube.com/embed/ghrjWJUz8Ug

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *