OYO Rooms Founder-रितेश अग्रवाल के सफलता की कहानी

महज 29 साल की उम्र में दुनियाँ के 80 देशों के 800 शहरों में अपने होटल व्यवसाय से धमाल मचाने वाले भारतीय नौजवान और OYO Rooms Founder-रितेश अग्रवाल के सफलता की कहानी को हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपके समक्ष लेकर आये हैं, उनके जीवन के एक-एक पहलु से रूबरू होने के लिए बने रहिएगा हमारे साथ, क्योंकि हम नहीं करते फिजूल की बात, हमारे वेबसाइट पर होती है सिर्फ और सिर्फ काम की बात, तो आइये अब शुरू करते हैं।

OYO Rooms Founder-रितेश अग्रवाल के सफलता की कहानी

प्रारंभिक जीवन

रितेश अग्रवाल का जन्म 16 नवंबर 1993 में भारत के उड़ीसा राज्य के बिसम कटक गांव में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था लेकिन उनका बचपन राजस्थान के कोटा में बीता है। रितेश बचपन से ही एक होनहार बालक रहे हैं। बड़ा होकर कुछ बड़ा करने का सपना उनकी आँखों में बचपन से ही था।

शैक्षणिक जीवन

रितेश ने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई उड़ीशा के Sacred Heart School रायगढ़ा से पूरी की तत्पश्चात वे अपनी बारहवीं की पढ़ाई के लिए राजस्थान के कोटा आ गए और उसके बाद वे दिल्ली आ गए जहाँ पर उन्होंने Indian School of Business & Finence में एडमिशन लिया लेकिन वे अपने बिज़नेस के सपने को पूरा करने के लिए बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं। वे अपने OYO की शुरुआत से पहले सिम कार्ड भी बेच चुके हैं

रितेश बचपन से ही एक महत्वकांक्षी इंसान थे, यह इस बात से पता चलता है कि वे महज 8 साल की उम्र में ही टेक्नोलॉजी और कोडिंग सीखने लगे थे। बहुत छोटी उम्र में ही वे  Entrepreneur शब्द से परिचित हो चुके थे और बड़ा होकर एक Entrepreneur बनने का सपना भी मन में संजोये हुए थे।

पारिवारिक जीवन

रितेश के घर में उनके माता-पिता और तीन भाई-बहन हैं, रितेश के पिता जी Infrastructure Corporation Mill में नौकरी करते हैं और उनकी माता जी एक ग्रहणी हैं, रितेश अग्रवाल ने फिलहाल अभी शादी नहीं की है क्योंकि उनका सारा फोकस अभी उनके अपने कैरियर पर है।

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OYO की शुरुआत

रितेश 13 साल की उम्र से ही ट्रैवलिंग करने लगे थे, जिसके कारण उन्हें होटलों के कमरे में रहना पड़ता था और उन्हीं दौरान उनके मन में होटल व्यवसाय के काम के बारे में सूझी। उन्होंने सस्ते होटलों के कमरों में दिखने वाली कमियों पर फोकस किया और एक आईडिया आया कि अगर दिमाग लगाया जाए तो इनमें बेहतरी लाइ जा सकती है।

रितेश ने दिमाग लगाया तो एक समस्या सामने थी और वह थी बजट की, कि अगर सुविधा अच्छी देनी होगी तो लागत भी बढ़ेगी, और अगर ज्यादा पैसे देने होंगे तो जाहिर सी बात है कि ग्राहक बड़े होटलों का ही रुख करेंगे, फिर भी रितेश ने दिमाग लगाया तो एक आईडिया बाहर निकलकर आया।

उन्होंने एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाया जिसका नाम रखा OYO Rooms जो कि सस्ती और सुविधाजनक होटल व्यवस्था की एक बेहतरीन शुरुआत लेकर आई। OYO ने होटल मालिकों से सीधा संपर्क साधा और उनको अपनी रणनीति समझाई जो कि होटल मालिकों के समझ में आई।

इस रणनीति के तहत रितेश अग्रवाल ने 2013 में OYO Rooms की शुरुआत की जिसके लिए OYO ने एक पैटर्न तैयार किया जिसको होटल मालिकों को फॉलो करना था कि उन्हें क्या और कैसे करना है, जिसके तहत बुकिंग OYO Rooms के App पर होगी जिसमें निर्धारित शहर और उनके इलाकों में मौजूद होटलों के नाम और सम्बंधित डिटेल होगी ताकि ग्राहक को सब कुछ समझने में आसानी हो।

व्यस्त समयों पर होटल नार्मल किराये पर उपलब्ध होगा लेकिन खाली समयों पर उसी कमरे का किराया बहुत सस्ता भी हो जायेगा और वैसे भी अन्य महंगे होटलों के मुकाबले OYO Rooms सस्ते रखे जिसकी वजह से लोग OYO Rooms की तरफ का रुख करने लगे।

आज OYO भारत का सबसे बड़ा होटल चैन है और सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि दुनियाँ के 80 देशों के 800 शहरों में OYO के फ्रेंचाइसी हैं इसके बावजूद भी रितेश अग्रवाल अपने बिज़नेस को और भी ऊंचाइयों पर ले जाने की रणनीति में लगे हुए हैं।

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सफलता की कहानी

दोस्तों, मैंने दुनियाँ के 300 से ज्यादा अमीरों के बायोग्राफी पढ़े हैं, उनके व्यापार करने के तरीके शायद अलग-अलग हो लेकिन कुछ बातें और आदतें उन सबमे कॉमन पाई गई और वही बात रितेश अग्रवाल में भी मिली कि मुझे जीवन में कुछ बड़ा करना है और उन्होंने किया भी, लेकिन कैसे ? आइये जानते हैं…..

जैसा कि हमने पहले भी चर्चा किया कि रितेश अग्रवाल बचपन से ही प्रतिभाशाली और महत्वकांक्षी इंसान थे, उनके मन में कुछ बड़ा करने का सपना था और उन्होंने उस सपने को बड़े होने तक जिन्दा भी रखा और समय आने पर सच भी करके दिखाया।

वे बचपन से ही Entrepreneur बनना चाहते थे इस शब्द से उन्हें बहुत लगाव भी था इसीलिए उनका मन ना ही पढ़ाई में लगा और ना ही नौकरी में। क्योंकि वे एक बात तो समझ रहे थे कि नौकरी करके तो कोई Entrepreneur नहीं बन सकता इसलिए कोई बिज़नेस ही करना पड़ेगा।

रितेश को ट्रैवेलिंग के दौरान होटल व्यवसाय के बारे में बहुत कुछ जानने और समझने का मौका मिला और उनके दिमाग में एक बड़ा खेल खेलने का कीड़ा पैदा हुआ जिसकी उपज OYO HOTEL है।

OYO Rooms Founder-रितेश अग्रवाल के सफलता की कहानी

कमाई और संपत्ति

अगर हम रितेश अग्रवाल के कमाई के बारे में बात करें तो वह कोई तय रकम नहीं है क्योंकि उनकी कमाई साल दर साल बढ़ती ही जा रही है जैसे 2021 में उनकी कमाई कम्पन्सेशन के तौर पर 1.6 करोड़ थी वही 2022 में बढ़कर 5.6 करोड़ रही और फिलहाल उनकी कुल संम्पत्ति 80 हज़ार करोड़ की है और अभी भी इसमें इज़ाफ़ा हो ही रहा है।

वैसे अगर देखा तो रितेश की मुख्य संपत्ति तो उनके OYO के फ्रेंचाइसी ही हैं, हम आपको जानकारी के लिए यह भी बताना चाहेंगे कि OYO में रितेश अग्रवाल की 33% की हिस्सेदारी है। OYO का सबसे बड़ा इन्वेस्टर जापान का Softbank है जिसकी OYO में 46% की हिस्सेदारी है, यह वही Softbank है जो flipcart का सबसे बड़ा इन्वेस्टर है।

OYO ने Stock Exchange में Listing कराने की प्रक्रिया भीं तेजी से शुरू कर दी है और इस प्रक्रिया के आधार पर माना जा रहा है कि 2023 के शुरुआत में ही OYO Hotel अपना खुद का IPO ला सकता है।

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निष्कर्ष

कौन कहता है कि बिज़नेस के लिए बहुत सारे पैसों की जरुरत होती है, सच कहें तो बिज़नेस के लिए एक दमदार विचार और अच्छी सूझ-बुझ की जरुरत होती है और इन दोनों के साथ-साथ कड़े संघर्ष की भी जरुरत होती है जो उस विचार और सूझबूझ को लंबे समय तक कायम रख सके।

रितेश अग्रवाल जैसे लोग मिशाल हैं उन लोगों के लिए जो दिन में सपने देखते हैं, जो लोग Entrepreneur बनने का सपना देखते हैं, जो लोग अपने Ideas के दम पर दुनियाँ की तश्वीर बदलने का सपना देखते हैं।

कहते हैं कि जहाँ चाह है वहाँ राह है इसलिए अगर राह पानी है तो पहले चाह पैदा करें राह अपने आप दिखने लगेगी। किसी बुद्धजीवी ने कहा है कि जहाँ तक आप जाना चाहते हैं अगर वहाँ तक का रास्ता आपको फिलहाल नहीं दिख रहा है तो अभी जहाँ तक आप देख पा रहे हैं वहाँ तक तो पहुंचें आगे का रास्ता आपको खुद-ब-खुद दिख जायेगा।

दोस्तों, आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके ज्ञान के भंडार को पहले से और बेहतर बनायेगा साथ ही आपको बुद्धजीवियों की श्रेणी में लेकर जायेगा, तो आज के लिए सिर्फ इतना ही, अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, किसी नए टॉपिक के साथ, तब तक के लिए, जय हिन्द-जय भारत।

लेखक परिचय

इस वेबसाइट के संस्थापक अमित दुबे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं, एक Youtuber & Blogger हैं, किताबें पढ़ने और जानकारियों को अर्जित करके लोगों के साथ शेयर करने के शौक के कारण सोशल मीडिया के क्षेत्र में आये हैं और एक वेबसाइट तथा दो Youtube चैनल के माध्यम से लोगों को Motivate करने तथा ज्ञान का प्रसार करने का काम कर रहे हैं।

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