जब बात होती है दुनियाँ के सबसे अमीर देश की तो एक ही नाम सबकी जुबां पर आता है “अमेरिका” लेकिन अब यह भ्रम टूट चूका है और यह ख़िताब किसी और देश ने अपने नाम करा लिया है। यह सुनते ही आपके दिमाग में एक सवाल जरूर आया होगा कि आखिर दुनियाँ का सबसे अमीर देश कौन सा है (2022) में यह ख़िताब चीन ने अपने नाम करा लिया है, पर कैसे ? यही इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं, तो आइये अब शुरू करते हैं।
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दुनियाँ का सबसे अमीर देश कौन सा है (2022)
किसी भी देश की अमीरी या गरीबी वहां के Economy और प्रतिव्यक्ति आय के अनुसार मापी जाती है और जिसकी Economy सबसे ऊँची होगी उस देश को सबसे अमीर देश माना जाता है। हालाँकि इसमें भी उतार-चढ़ाव का दौर चलता रहता है।
जैसे किसी जमाने में ब्रिटेन सबसे अमीर देश हुआ करता था उसके बाद एक लम्बे अरसे तक अमेरिका सबसे अमीर देश रहा और अभी कुछ समय पहले तक भी अमेरिका ही सबसे अमीर देश था। आज भी अगर किसी से यह सवाल पूछा जाए कि दुनियाँ का सबसे अमीर देश कौन सा है तो शायद ज्यादातर लोगों का जबाब अमेरिका ही होगा।
लेकिन समय बदलता है, आज जो अमीर है कल नहीं रहेगा, परसों फिर यह दौर बदलेगा, कोई और अमीर बन जायेगा और इस दौर में जो बदलाव हुआ है उसमें जो देश सबसे ऊपर उभर कर आया है उसका नाम है चीन जिसे दुनियाँ ड्रैगन के नाम से जानती है।
चीन ने बहुत ही तेजी से अपनी Economy को बढ़ाया है इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते कि सन 2000 में जिस चीन की Economy महज 12 ट्रिलियन डॉलर थी जो आज 2022 में 140 ट्रिलियन डॉलर ( आसान शब्दों में 14.7 लाख करोड़ डॉलर) हो चुकी है जो अपने आप में चीन की तरक्की की एक बड़ी मिशाल साबित करती है।
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अब सवाल यह उठता है कि अमीरी का यह ख़िताब चीन ने अपने नाम कैसे कराया, तो इसके पीछे चीन की अपनी बेहतर रणनीति रही है जिसे हम फिलहाल कुछ शब्दों और वाक्यों में बयां नहीं कर पाएंगे इसलिए आइये अब और आगे बढ़ते हैं और विस्तार पूर्वक चीन की उन रणनीतियों के बारे में जानते हैं जिसने चीन को बनाया दुनियाँ का सबसे अमीर देश।
सीधी सी बात है कि अमीर बनने का सबसे बेहतरीन माध्यम होता है व्यापार, जब एक देश किसी वस्तु का उत्पादन करके उसे दूसरे देश को निर्यात (Export) करता है तो उस देश की करेंसी निर्यातक (Exporter) के देश में आती है जिससे वह देश अमीर बनता है।
चीन ने अपने देश को पूरी दुनियाँ का सबसे बड़ा उत्पादन केंद्र बनाया और अपने उत्पाद से पूरी दुनियाँ को पाट दिया जिसमें अमेरिका, यूरोप, एशिया समेत पृथ्वी के अन्य महाद्वीपों के देश शामिल हैं जिसके कारण उन सभी देशों की करेंसी चीन में पहुँचती है परिणामतः चीन अमीर होता गया और एक दिन ऐसा भी आया जब चीन ने अमेरिका को पछाड़ते हुए दुनियाँ का सबसे अमीर देश का ख़िताब अपने नाम करा लिया।
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एक समय ऐसा भी था जब चीन में भुखमरी जैसे हालात थे, दुनियाँ की सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन ने अपने आबादी को ही अपनी सबसे बड़ी ताक़त बनाया और अपने देश की उत्पादन क्षमता को कुछ इस कदर बढ़ाया जिसने पूरी दुनियाँ को निर्यात के माध्यम से अपना उत्पाद पहुँचाया और उन देशों की करेंसी को अपने देश में खींच लाया।
हालाँकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कुछ ऐसी ही रणनीति बनाने में लगे हुए हैं लेकिन यह काम चीन ने कई दशक पहले ही शुरू कर दिया था जिसका परिणाम अब देखने को मिल रहा है। भारत के सबसे बड़े एक्सपोर्टर गौतम अडानी के नेतृत्व में भारत भी निर्यात (Export) की राह में बड़ी ही तेजी से अपना कदम आगे बढ़ा रही है।
भारत ने ऐसा कदम महज कुछ सालों पहले ही उठाया है जिसका परिणाम आने वाले कुछ दशकों में देखने को मिलेगा लेकिन अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो, क्योंकि भारत में सरकार बदलते ही पिछली सरकारी योजनाएं ज्यादातर खटाई में पड़ जाती हैं।
जबकि चीन में एक ही पार्टी की सरकार सालों से है और उसकी बनाई योजना पर कोई भी किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं कर सकता, इसलिए सब कुछ एक सही लय में चलती रही और देश तरक्की करता रहा और अभी भी कर ही रहा है, तभी तो आज चीन विश्व की सबसे बड़ी महाशक्ति अमेरिका को पछाड़ कर दुनियाँ का सबसे अमीर देश बन गया है।
चीन कैसे बना अमेरिका से अमीर देश
सन 2000 में चीन की कुल संपत्ति 7 ट्रिलियन डॉलर थी लेकिन पिछले 22 सालों में चीन ने इसमें जो इजाफा किया है वह कबीले तारीफ है, आज 2022 में चीन की कुल संपत्ति 140 ट्रिलियन डॉलर है। अर्थात पिछले 22 सालों में चीन ने उन्नीस गुना ग्रो किया।
अगर हम बात करते हैं अमेरिका की तो सन 2000 में अमेरिका की जो कुल संपत्ति थी उसके मुकाबले आज 2022 में 90 ट्रिलियन डॉलर जो कि पिछले 22 सालों में महज दो गुना से थोड़ा ज्यादा ही ग्रो कर पाई है।
वैसे भी अगर वैश्विक आधार के मापदंडो के पैमाने की बात करें तो सन 2000 में पूरी दुनियाँ की कुल संपत्ति 156 ट्रिलियन डॉलर थी जो कि 2020 में बढ़कर 514 ट्रिलियन डॉलर हो गयी और उसकी बढ़ोत्तरी में लगभग एक तिहाई हिस्सा सिर्फ चीन का ही रहा है बाकी दो तिहाई में दुनियाँ के अन्य देश शामिल हैं।
जिस तरह से चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था को पिछले 22 सालों में ज़मीन से आसमान तक पहुँचाया है उसके लिए उसे दुनियाँ के सबसे अमीर देश का तमगा मिलना लाजमी है। वैसे भी चमत्कार को ही नमस्कार किया जाता है, अब जो है सो है, अब चीन अच्छा है या बुरा है हम इसकी वकालत नहीं करेंगे।
आपकी नज़र है और आपका ही नजरिया भी, इसलिए मै अपनी तरफ से कुछ भी नहीं बोलूंगा क्योंकि “मै बोलेगा तो बोलोगे कि बोलता है”।
निष्कर्ष
दोस्तों, 2020 में फैले वायरस कोरोना की वजह से चीन को दुनियाँ विलेन के रूप में देखने लगी है साथ ही चीन की विस्तारवादी मानसिकता ने भी उसकी छवि को नकारात्मक बनाया है और यह बात बिलकुल सही भी है जिसे हम नज़र अंदाज भी नहीं कर सकते।
लेकिन हम यह भी तो नजर अंदाज नहीं कर सकते कि चीन ने अपने देश को दौलतमंद और ताक़तवर भी बनाया है शायद यही कारण भी है जो वह अमेरिका जैसे देश से भी लोहा लेने को तैयार रहता है। खैर कुछ भी कहें चीन जैसा भी है लेकिन उसने अपने देश को वैश्विक मापदंडों पर काफी ताक़तवर बनाया है।
चीन ने अपने लोगों को मजबूत संसाधन के रूप में तैयार किया है और जब देश के नागरिक ही संसाधन बन जाते हैं तो वही नागरिक खुद-ब-खुद बहुत सारे संसाधन तैयार कर लेते हैं इसमें कोई शक की बात नहीं है।
यहाँ पर भारत के सन्दर्भ में बात करते हुए मै कुछ कड़वी बातें कहना चाहूंगा कि बड़ी जनसँख्या का रोना रोने के बजाय अगर हम इस सन्दर्भ में चीन से कुछ सीख ले लें तो कोई बुराई नहीं है।
क्योंकि जिस जनसँख्या का रोना हम रोते हैं वो रोना तो चीन भी रो सकता था, लेकिन उसने इस विषय पर चिंता नहीं बल्कि चिंतन किया और दुनियाँ की सबसे जनसँख्या वाले देश को दुनियाँ का सबसे बड़ा Manufacturing Hub बना डाला और पूरी दुनियाँ में अपना Product बेचकर खुद को मालामाल कर लिया।
दोस्तों, आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके ज्ञान के भंडार को पहले से और बेहतर बनायेगा साथ ही आपको बुद्धजीवियों की श्रेणी में लेकर जायेगा, तो आज के लिए सिर्फ इतना ही, अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, किसी नए टॉपिक के साथ, तब तक के लिए, जय हिन्द-जय भारत।
लेखक परिचय
इस वेबसाइट के संस्थापक अमित दुबे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं, एक Youtuber & Blogger हैं, किताबें पढ़ने और जानकारियों को अर्जित करके लोगों के साथ शेयर करने के शौक के कारण सोशल मीडिया के क्षेत्र में आये हैं और एक वेबसाइट तथा दो Youtube चैनल के माध्यम से लोगों को Motivate करने तथा ज्ञान का प्रसार करने का काम कर रहे हैं।
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