Tag: shri madbhagavadgita

  • गीता अध्याय-१४ गुण त्रय विभाग योग || Operation Gita

    गीता अध्याय-१४ गुण त्रय विभाग योग || Operation Gita

    दोस्तों, गीता अध्याय-१३ क्षेत्र क्षेत्रज्ञ विभाग योग के अंत में श्री कृष्ण ने अर्जुन को बताया था कि हे भरतपुत्र, जिस प्रकार सूर्य अकेले इस सारे ब्राह्मण को प्रकाशित करता है, उसी प्रकार शरीर के भीतर स्थित एक आत्मा सारे शरीर को चेतना से प्रकाशित करता है। जो लोग ज्ञान के चक्षुओं से शरीर तथा […]

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  • गीता अध्याय-५ कर्म-सन्यास योग || Operation Gita

    गीता अध्याय-५ कर्म-सन्यास योग || Operation Gita

    दोस्तों, पिछले आर्टिकल अध्याय-४ (ज्ञान-कर्म-सन्यास-योग) के अंत में श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा कि हे अर्जुन, अतएव तुम्हारे ह्रदय में अज्ञान के कारण जो संशय उठे हैं उन्हें ज्ञान रूपी शस्त्र से काट डालो। हे भारत, तुम योग से समन्वित होकर खड़े होवो और युद्ध करो। इससे आगे श्री कृष्ण और क्या कहते हैं […]

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