भक्त भागवत जिनकी उम्र महज 3 साल है, वे भगवान कृष्ण के परम भक्त हैं, जो आजकल सोशल मीडिया पर बहुत ही चर्चित हैं, लेकिन क्यों…..? सब कुछ बताएँगे, भक्त भागवत के जीवन के एक-एक पहलु से आपको रूबरू भी कराएँगे, बस बने रहिएगा हमारे साथ, क्योंकि हम नहीं करते फिजूल की बात, हमारे वेबसाइट पर होती है सिर्फ और सिर्फ ज्ञान की बात, तो आइये अब शुरू करते हैं > “भक्त भागवत बृजवासी का जीवन परिचय”।
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भक्त भागवत बृजवासी का जीवन परिचय
प्रारंभिक जीवन
भक्त भागवत जिनका पूरा नाम (भागवत दास प्रभु) है, का जन्म 2020 में उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गोवर्धन शहर में हुआ था। उनके पिता जी का नाम फ़िलहाल अकाम भक्ति दास है लेकिन उनका असली नाम पहले आदित्य शर्मा था जो कि पेशे से एक इंजीनियर थे।
भक्त भागवत जब अपनी माँ के गर्भ में थे तभी से कृष्ण भक्ति की शिक्षा उन्हें मिल रही थी, क्योंकि उनकी माता जी भगवान श्री कृष्ण की परम भक्त थीं, और उनके पिता भी, और दोनों ही नित दिन भगवान श्री कृष्ण और भगवद्गीता की बातें करते रहते थे, उनकी माता जी नियमित रूप से कृष्ण भक्ति में लीन रहती थीं, वे दोनों चाहते थे कि उनका पुत्र भी भगवान श्री कृष्ण का परम भक्त बने और वही हुआ।
महज 3 साल की उम्र में भागवत दास भक्त भागवत के नाम से सोशल मीडिया पर एक उभरती हुई शख्सियत बन चुके हैं, भारतीय मीडिया में भी वह चर्चा के विषय हैं, एशिया के सबसे बड़े मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विवेक बिंद्रा तो अपनी गोद में लेकर उनका इंटरव्यू लेते हुए वीडियो बना चुके हैं।
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शैक्षणिक जीवन
वैसे तो भक्त भागवत की शिक्षा जब वे अपनी माँ के गर्भ में थे तभी से शुरू हो गई थी लेकिन फ़िलहाल वे मथुरा जिले के गोवर्धन शहर के “गौरांग इंस्टिट्यूट फॉर वेदिक एजुकेशन” नामक अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिसके संस्थापक वृंदावन चंद्र दास जी हैं जो कि भक्त भागवत के गुरु भी हैं।
भक्त भागवत की गर्भगृह शिक्षा उनके माँ के द्वारा उन्हें मिली है, क्योंकि जब वे अपनी माँ के गर्भ में थे तो उस दौरान उनकी माता जी गीता के 18000 श्लोकों को पूरा पढ़ा था और नियमित रूप से मंदिर दर्शन करने भी जाया करती थीं। जिसका असर भागवत पर पड़ा और वे आज महज 3 साल की उम्र में भक्त भागवत के नाम से प्रचलित हो चुके हैं।
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पारिवारिक जीवन
भक्त भागवत के घर में उनके माता-पिता और उनके छोटे भाई रहते हैं, जैसा कि हमने पहले भी आपको बताया है कि उनके पिता जी का नाम आदित्य शर्मा था जिन्होंने एमटेक पढ़ाई की है और पेशे से एक इंजीनियर थे लेकिन फ़िलहाल अब वे अकाम भक्ति दास के नाम से जाने हैं और उनकी माता जी का नाम पूज्य सचि देवी है।
भक्त भागवत के छोटे भाई जिनका नाम हरि अंश दास है जिनकी उम्र महज अभी 1 साल है, और अगर हम दोनों भाइयों के रुपरेखा की बात करें तो दोनों ही अति सुन्दर और सुशील बालकों की श्रेणी में आते हैं, भक्त भागवत का पूरा परिवार भगवान श्री कृष्ण का परम भक्त है, इसमें किसी प्रकार का कोई संदेह नहीं है, और इसका अंदाजा आप भक्त भागवत के कृष्णमयी व्यवहार को देखकर ही लगा सकते हैं।
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आध्यात्मिक जीवन
अगर हम भक्त भागवत के आध्यात्मिक जीवन की बात करें तो ऐसा लगता है कि उनका सम्पूर्ण जीवन ही आध्यात्मिकता से भरा है, क्योंकि अगर हम उनके जन्म के पहले से अब तक की सम्पूर्ण जीवन शैली पर फोकस करें तो वे भगवान श्री कृष्ण के परम भक्त हैं, और ऐसा लगता है जैसे कि वे सम्पूर्ण मानव जाति को भगवद्गीता का उपदेश देने के लिए ही इस दुनियाँ में आये हैं।
जैसा कि हमने इस आर्टिकल में ही आपको पहले भी बताया है कि उनके माता-पिता भी भगवान श्री कृष्ण के परम भक्त हैं, और भक्त भागवत के अंदर भी जो कृष्ण प्रेम है वह खासकर उनकी माता जी की वजह से ही है, क्योंकि जब वे अपनी माँ के गर्भ में थे तभी से वे भगवद्गीता का ज्ञान प्राप्त कर हैं और आज महज 3 साल की उम्र में ही वे भगवद्गीता से भलीभाँति रूबरू हो चुके हैं, और जाहिर सी बात है कि जब वे 18-20 साल के हो जायेंगे तो उनका आध्यात्मिक ज्ञान किस मुकाम पर होगा।
भक्त भागवत के आध्यात्मिकता का परिचय उनके बातचीत में ही पता चल जाता है, जब वे बताते है कि A फॉर अर्जुन और B फॉर बलराम होता है, वे भगवद्गीता पढ़ने के लिए लोगों को जागरूक करते हैं, भगवद्गीता बाँटते हैं, महामंत्र कीर्तन > (हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे, हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे) का नियमित जाप करते हैं और लोगों को भी यह जाप करने के लिए प्रेरित करते हैं।
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भक्त भागवत की खूबियाँ
भक्त भागवत की खूबियों के विषय में हम आपको क्या बतायें ये तो उनकी लीलाओं को देखकर ही आप समझ जायेंगे, जब एक छोटा सा बालक अपनी मधुर आवाज में भगवान श्री कृष्ण और श्रीमद्भगवद्गीता पर बोलना शुरू करता है तो सामने वाला व्यक्ति उनको सुनकर मंत्रमुग्ध हो जाता है और उनकी बातों से प्रेरित भी होता है।
गले में तुलसी की माला, माथे पर तिलक, मुख पर भगवान श्री कृष्ण का नाम, हाथों में ढोलक लिए हुए कीर्तन करते भक्त भागवत जब प्रभु की भक्ति में लीन होते हैं तो वो लम्हा वाकई में उनकी लीलाओं में चार चाँद लगा देता है, और सच कहें तो ऐसा लगता है कि कलयुग में श्री कृष्ण स्वयं भक्त भागवत के रूप में अवतरित होकर मानव जाति को भगवद्गीता का सन्देश सुनाने आये हैं।
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भक्त भागवत की दिनचर्या
भक्त भागवत की दिनचर्या आखिर कैसी हो सकती है, जाहिर सी बात है कि उनकी दिनचर्या आम लोगों से बिलकुल अलग होगी, क्यों नहीं आखिर वे हैं भी तो औरों से अलग तो दिनचर्या भी अलग ही होगी, सीधी सी बात है कि प्रातःकाल से लेकर रात्रिकाल तक हर समय वे कृष्ण भक्ति में ही लीन रहते हैं।
भगवान श्री कृष्ण की पूजा करना, तूलसी की माला जपना, नन्हे भक्तों के साथ सत्संग का आनंद उठाना, भगवद्गीता के बारे में जानकारी प्राप्त करना और लोगों को प्रेरित करना कि वे आखिर गीता क्यों पढ़ें, गीता पढ़ने से मनुष्य के जीवन में कैसे सकारात्मक परिवर्तन आता है।
भक्त भागवत गौ माता की सेवा करते हैं, प्रसाद बाँटते हैं, और लोगों को भी ऐसा ही करने के लिए प्रेरित करते हैं, वे स्कूलों और विश्वविद्यालयों में स्पीच भी देते हैं जिनमें छात्रों को गीता पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं, वे विभिन्न न्यूज़ चैनलों और सेमिनारों के माध्यम से भी लोगों के बीच श्रीमद्भगवद्गीता का प्रसार करते हैं।
दोस्तों, भगवान श्री कृष्ण महाभारत के युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र के मैदान में कुंतीपुत्र अर्जुन को जब गीता का उपदेश सुना रहे थे तो उन्होंने कहा था कि…..मेरा वह भक्त मुझे सबसे प्यारा होगा > जो भी भगवद्गीता को नियमित पढ़ेगा, और दूसरों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करेगा, उनके ऐसे प्रिय भक्तों में भक्त भागवत भी एक हैं जो उनके बताये गए कार्यों को अंजाम देने में अपना प्रमुख योगदान दे रहे हैं।
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भविष्य की राह
एक छोटा सा बालक जिसकी उम्र आज महज 3 साल है, उसके अंदर इस उम्र में जो कृष्ण प्रेम और गीता का ज्ञान भरा है, उसका भविष्य आखिर कैसा होगा यह सिर्फ सोचने का ही नहीं बल्कि गहराई से समझने का विषय है, जाहिर सी बात है कि यह बालक बड़ा होकर स्वामी शंकराचार्य या स्वामी विवेकानंद जैसों की उपाधि प्राप्त करेगा, या फिर एक बड़ा धर्मगुरु बनेगा, इसमें जरा भी संदेह नहीं है।
सोशल मीडिया अकॉउंट
भक्त भागवत के सोशल मीडिया अकॉउंट को उनके पेरेंट्स हैंडल करते हैं, जो कि निम्नलिखित है,
जिनमें सबसे प्रमुख उनका वेबसाइट है जो कि givegita.com के नाम से है,
उनका यूट्यूब चैनल भी है जो कि Bhakt Bhagwat GIVE GITA (Official) के नाम से है, जिस पर अभी तक 486 वीडियो अपलोड हो चुके हैं, और अभी तक उनके यूट्यूब चैनल पर 4 लाख 96 हजार सब्सक्राइबर हो चुके हैं और उनमे इज़ाफ़ा भी हो रहा है,
इसके अलावा उनका Instagram अकॉउंट भी है जो Bhakt_Bhagwat_givegita के नाम से है जिस पर फ़िलहाल अभी तक 318 पोस्ट और 7 लाख 49 हजार फॉलोवर मौजूद हैं, और उनमे इज़ाफ़ा भी हो रहा है,
उनका Facebook अकॉउंट भी है जो Bhakt Bhagwat Givegita के नाम से है, जिस पर 2 लाख 87 हजार फॉलोवर मौजूद हैं, और उनमे इज़ाफ़ा भी हो रहा है,
दोस्तों, आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके ज्ञान के भंडार को पहले से और बेहतर बनायेगा साथ ही साथ आपको बुद्धजीवियों की श्रेणी में लेकर जायेगा, तो आज के लिए सिर्फ इतना ही, अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, किसी नए टॉपिक के साथ, तब तक के लिए, जय हिन्द – जय भारत
लेखक परिचय
इस वेबसाइट के संस्थापक अमित दुबे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं, एक Youtuber & Blogger हैं, किताबें पढ़ने और जानकारियों को अर्जित करके लोगों के साथ शेयर करने के शौक के कारण सोशल मीडिया के क्षेत्र में आये हैं और एक वेबसाइट तथा दो Youtube चैनल के माध्यम से लोगों को Motivate करने तथा ज्ञान का प्रसार करने का काम कर रहे हैं।
हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
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